मुख्यमंत्री साय ने धान खरीद महापर्व का किया शुभारंभ


रायपुर, 14 नवंबर। मुख्यमंत्री
विष्णुदेव साय ने आज छत्तीसगढ़ राज्य में समर्थन मूल्य पर किसानों से
प्रदेशव्यापी धान खरीद महापर्व का शुभारंभ बालोद जिले के भांठागांव (बी)
धान खरीद केन्द्र से किया। इसी के साथ आज 14 नवम्बर राज्य में किसानों से
धान 
खरीद  की शुरुआत हो गई है, जो
31 जनवरी 2025 तक चलेगी। मुख्यमंत्री साय ने भांठागांव (बी) उपार्जन
केन्द्र पहुंचने के बाद इलेक्ट्रॉनिक तौल एवं अन्य यंत्रों का पूजन और वहां
उपस्थित किसानों को माला पहना कर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने किसान
भाईयों को धान 
खरीद  महापर्व के शुभारंभ की बधाई और शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री
की उपस्थिति में ग्राम भांठागांव के किसान भागबली ने कुल 148 क्विंटल और
हरिराम ने 65 क्विंटल 20 किलो धान की बिक्री की। मुख्यमंत्री के समक्ष अपने
धान की बिक्री का अवसर प्राप्त होने से किसान भागबली और हरिराम बहुत ही
खुश नजर आ रहे थे। उक्त उपार्जन केन्द्र में 14 नवम्बर को धान खरीद हेतु
कुल 06 किसानों का टोकन काटा गया है। मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर
गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम मोहंदीपाट में 30 लाख रूपये की लागत से
नवनिर्मित जिला सेवा सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा मर्यादित दुर्ग के नवीन
शाखा भवन का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री साय ने इससे पूर्व छत्तीसगढ़
महतारी के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम स्थल में मुख्यमंत्री
साय ने शहीद बिरसा मुंडा एवं गहिरा गुरु के तैल चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित
कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

छत्तीसगढ़ राज्य में पंजीकृत किसानों
से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक होगी। किसानों को उनके
द्वारा बेचे गए धान के एवज में राज्य शासन द्वारा 72 घंटे भीतर उनके बैंक
खाते में भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। राज्य में धान खरीद के
लिए 2,739 स्थापित किए गए हैं। इस साल धान बेचने के लिए 27,01,109 पंजीकृत
किसानों द्वारा बोये गए धान का कुल रकबा 34,51,729 हेक्टेयर है। पंजीकृत
किसानों में 1,35,891 नये किसान हैं।

कार्यक्रम में सांसद भोजराज
नाग, विधायक कुंवर सिंह निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा,
पूर्व विधायक बीरेंद्र साहू एवं राजेंद्र राय, कंवर समाज के प्रदेश अध्यक्ष
हरबंश मिरी, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि पवन साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष
देवलाल ठाकुर, कंवर समाज के जिला अध्यक्ष केश कुमार ठाकुर सहित अन्य
जनप्रतिनिधियो एवं विभिन्न समाज के पदाधिकारी, किसान एवं ग्रामीणजन उपस्थित
थे।