बालोद, 11 फरवरी । नगरीय निकाय चुनाव में मतदान के बीच मतदान केंद्र में उस वक्त हंगामा मच गया जिस समय 99 वर्षीय बुजुर्ग महिला को वोट देने से पीठासीन अधिकारी द्वारा मना किया गया। जिस पर प्रत्याशी और परिजनों ने हंगामा किया। इस दौरान सबसे बड़ी बात यह सामने आई कि, यहां पर पीठासीन अधिकारियों को ही नियम मालूम नहीं था जिसके बाद एसडीएम से जानकारी लेने के बाद 99 वर्षीय बुजुर्ग को बोट डालने दिया गया। वहीं एसडीएम सुरेश साहू ने कहा कि, बुजुर्ग महिला को वोट डालने का अधिकार है और यहां पर संभावित व्यक्ति के रूप में बुजुर्ग का नाम जोड़ा गया था।
दरअसल बालोद नगर के 99 वर्षीय बुजुर्ग महिला खम्मा बाई सांखला जैन को पीठासीन अधिकारी द्वारा मतदान करने से रोकने पर हंगामा हुआ। बुजुर्ग महिला का नाम एडीएस सूची (एब्सेंट/डेथ/सिफ्टेड) में शामिल किया गया था। एडीएस सूची की जानकारी संबंधित प्रत्याशियों को भी नही दिए जाने से प्रत्याशी नाराज़ हुए। मामले को लेकर मतदान केंद्र में जमकर हुआ हंगामा पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच मामले को कराया शांत। बुजुर्ग महिला के मतदान के बाद विवाद शांत हुआ।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस पेट्रोलियम की टीम मौके पर पहुंची और वहां पर मामले को शांत कराया गया लेकिन पुलिस ने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया। वहीं पूरा मामला और विभागीय अधिकारी राजस्व ने संज्ञान में लेते हुए बताया कि, यहां पर कुछ मतदाता ऐसे हैं जो उम्र दराज रहते हैं या फिर जब बूथ लेवल अधिकारी वहां पहुंचता है तो उसे वह नहीं मिल पाए तो उन्हें संभावित सूची में डाल दिया जाता है। जो आ सकते हैं और नहीं भी आ सकते तो उन्हें मतदान करने का अधिकार था। वहां पर सुचारू रूप से महिला को मतदान कराया गया है।